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  • Thursday, 10:49:46 PM, 24-Mar-2022
  • Published By: #Admin

इंटरेस्टिंग कविता, दिल को सुकून देने वाली, अच्छी कविता इन हिंदी | Interesting peom in hindi

interesting kavita in hindi

हैलो दोस्तो इस कविता के बीच बीच मे हम आपको Motivational Speech भी हिन्दी में दिये हैं इसे पढ़ने से आपको एक अलग ऊर्जा भी मिलेगी (mast kavita in hindi, interesting kavita in hindi sath me motivational speech bhi)

अब याद तो तुम्हारी बहुत आई
कि बुलाये तुम्हे और खाना खिलायें
पर कमबख्त सरकारी फरमान बोला
कम बुलाएं और सोशल डिस्टन्सिंग अपनायें |

अब मित्र आप उस टॉप लिस्ट में
आने रह गए जी प्रिय थोड़ा दूर
और हम जनाब थे आशिक़ी में
शादी करने को बड़े ही मजबूर

तो भेज ना सके आपको निमंत्रण
पर हाँ है आपको हमारा आमंत्रण
जब भी वक्त मिले आप चले आना
तोहफा ना सही तो लिफाफा थमा जाना

Motivational speech in hindi

आपके शब्द ही

            आपकी  Master key हैं,,,,!

ये दिलों के दरवाजे 

            खोल भी सकते हैं,,,,! 

और लोगों के मुँह पर

            ताले लगा भी सकते हैं,,,,!!

 

अपने दिल में जो है, उसे कहने का साहस और दूसरों के दिल में जो है, उसे समझने की कला अगर है तो रिश्ते कभी टूटेंगे नहीं।

जिंदगी की सुंदरता इस बात मैं नहीं है कि हम कितने खुश रहते है,
बल्कि इस बात मैं है कि कितने लोग हमसे खुश रहते है…..

अगर हमारी सोच ऊंची और सकारात्मक है तो छोटे लोग तो सम्मान करेंगे ही साथ में बड़े भी हमारा सम्मान करेंगे।

आज से हम अपनी सोच को ऊंचा और सकारात्मक बनाएं...

???? TODAY'S INSPIRATION 

If our thinking is divine and positive then not only our juniors but those who are senior to us, will also respect us!

TODAY ONWARDS LET'S keep our thoughts divine and positive...

संदेह मुसीबत के
       पहाड़ों का निर्माण
             करता है...
               और...
      विश्वास पहाड़ों में से
      भी रास्ते का निर्माण   
             करता है...!
“जब आप कोई वादा करते हैं तब आप आशा को जन्म देते हैंऔर?

 

गलती जीवन का एक पन्ना है
लेकिन रिश्ता पूरी एक किताब है
जरूरत पड़ने पर गलती का एक
पन्ना फाड़ देना,
लेकिन एक पन्ने के
लिए पूरी किताब कभी ना खो देना…
???????????? राधे-राधे ????????????

पछतावा
अतीत नहीं बदल सकता
         और चिंता
भविष्य नहीं संवार सकती
         इसलिए
वर्तमान का आनंद लेना ही
जीवन का सच्चा सुख है।

जो ज़िंदगी से लड़ा है 
वही ज़िंदगी में आगे बढ़ा है 
क़िस्मत को जिसने कोसा है 
वो आज भी वहीं खड़ा है

अपने मन में जो है उसे कहने का साहस और दूसरों के दिमाग में जो है उसे समझने की कला अगर है,तो रिश्ते कभी टूटेंगे नहीं ...

जो ज़िंदगी से लड़ा है 
वही ज़िंदगी में आगे बढ़ा है 
क़िस्मत को जिसने कोसा है 
वो आज भी वहीं खड़ा है 

गलतियाँ सुधारी जा सकती हैं,
गलतफहमियां भी सुधारी जा सकती हैं
        मगर " गलत सोच "
कभी नहीं सुधारी जा सकती ...

जब आप अपना दिन शुरु करते हैं 
   अपनी जेब में तीन शब्द रखें 
                "कोशिश"
                  "सच"
                "विश्वाश"
कोशिश-अच्छे भविष्य के लिये
   सच  -अपने कार्य के लिये
विश्वाश-उपर वाले पर रखो
तो सफलता आपके हाथो मे होगी

अभिमन्यु की एक बात आज भी पसंद है,हिम्मत से हारना लेकिन, हिम्मत कभी मत हारना।

प्रेम और पसंद दोनों मे क्या अंतर है

" ' प्रेम और  पसंद '  दोनों  में   क्या  अंतर  है ? 

 " इसका  सबसे  सुन्दर  जवाब  गौतम  बुद्ध  ने  दिया  है : अगर  तुम  एक  फूल  को  पसंद  करते  हो  तो  तुम  उसे  तोड़कर  रखना  चाहोगे ,, 

 " लेकिन  अगर  उस  फूल  से  प्रेम  करते  हो  तो  तोड़ने  के  बजाय  तुम  रोज  उसमे  पानी  डालोगे  ताकि  फूल  मुरझाने  न  पाए ,, " जिसने  भी  इस  रहस्य  को  समझ  लिया  समझो  उसने  पूरी  जिंदगी  को  ही  समझ  लिया ,, 

 

भीगने देना बारिश में
उछल कूद भी करने देना
हो सके तो बच्चों को
एक काग़ज़ की किश्ती चलाने देना

कभी हो फुरसत, आसमान भी साफ हो
तो एक पतंग आसमान में चढ़ाना
हो सके तो एक छोटा सा पेंच भी लड़ाना

घर के सामने रखना एक पेड़
उस पर बैठे पक्षियों की बातें अवश्य  सुनना

"

फेल हो जाते समझने में टीचर देख के इनकी फैशन।
स्कूल पढ़ने ऐसे आये जैसे आये हिल स्टेशन।।

आये पहन फटी पेंट, शर्ट के खुले बटन।
फिर बोले देखो जम रहे टन टना टन टन।

टन टना टन रख मिजाज, देते हाई फाई जवाब

"

 

नेता अपने सच्चे अच्छे
लगते जब ये माइक पकड़े

पकड़े जाते कभी ये धमकाते
तो कभी बार बालाएं नचाते

नचाते जन जन को समझ के दास
स्वार्थ की इनकी जबरदस्त प्यास

पकडे कभी शादी में तमंचा
तो कहीं रॉब झाड़े इनका चमचा

प्यास ऐसी गंभीर पीये जन का खून
बन जाते शहर में अमावस का मून

मून से लौटे जनता विकास को जकड़े
पलभर में गायब आओ फिर से पकड़े

इससे आपको कुछ संतोष मिलेगा
शादी में नहीं बुलाया थोड़ा कम खलेगा
निमंत्रण से बड़ा सरकारी फरमान लगेगा
क्यों ना दे सके निमंत्रण पता चलेगा

तीन तिरछी पट्टियों वाली पतंग 

मई की शाम के आकाश में 

ऊपर जामुनी 

बीच में वसंती 

और नीचे आसमान के दीप्तिमान नीले में 

जादुई फ़िरोज़ी 

अंतरिक्ष के अक्षांशों को बदलती 

वायु के आघूर्ण 

और बरनूली की प्रमेय पर सवार 

हिचकोले खा के नाव-सी उतरती है वर्तमान में 

जैसे उतरता हो आकाशदीप 

क्षितिज की कोमल और अँधेरी रेखाओं में 

अचानक घास हवा और ज़मीन से 

निकलते हैं बच्चे 

वीर-विहीन धरती पर कुछ होने की शुभाशंका की तरह 

बेस्वाद घरों की आकृतियों को अपनी लग्गियों से जगाते 

सर्र से निकल जाते है सूरज के सामने से 

तेज़ भागती गाड़ियों और टेनिस खेलकर लौटती औरतों के सामने से 

उड़नतश्तरी अटक जाती है टेलीफ़ोन के तार में 

अपने हाथ ऊपर उठाते हैं 

डोर से बँधे सूफ़ी 

और यह उतरा हंस 

उच्छल जलधि में 

छूते ही टूट जाता है शिव का धनुष 

टंकार से काँपती हैं दसों दिशाएँ 

बोलती बंद सन्निपात और हड़कंप 

फिर सब सहज 

मुक्त होकर निश्छल लौटते हैं 

एक दूसरे को चपतियाते 

छोटी-छोटी बातों पर हँस-हँसकर लोटपोट होते 

ये शिव-धनु-भंजक मानव के रणंजय 

एटलांटिक और प्रशांत को जोड़ने वाले पाँव 

उधर कहीं समेटी जा रही है बाक़ी बची डोर 

अगली यात्रा के लिए तौले जा रहे हैं जहाज़ 

तेज़ी से काम कर रही हैं अभियान की सूरतें 

कभी न हारने वाली आशाएँ 

उत्तरी ध्रुव एंटार्कटिका सगरमाथा को छूने वाली उंगलियाँ 

इधर सूरज हो गया दार्शनिक अरुणाभ 

शिव के आशीर्वाद की तरह 

और यह देखो फिर एक हरी पतंग ने 

गाँठ की तरह जोड़ दिया हमारी डोर को 

सूर्य के जाते हुए रथ से 

लोकातीत सूत्रों तक। 

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