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- Published By: Arnima Pathak
सोनिया गांधी आयु, जीवनी, शिक्षा, पत्नी, जाति, संपत्ति, भाषण | biography of Sonia Gandhi in hindi

सोनिया गांधी का जीवन परिचय | Biography of Sonia Gandhi in Hindi
आज सोनिया गांधी के जनम दिवस पे मै ये आर्टिक्ल लिख रही हूँ। सोनिया गांधी को लगभग सभी जानते हैं, क्यूंकि वो काँग्रेस की अध्यक्ष हैं तथा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व श्री राजीव गाँधी की पत्नी हैं। सोनिया गांधी इटली में पैदा हुई और भारत की बहू के तौर पर जानी जाने लगी। साल 1991 में राजीव गांधी की हत्या होने के बाद कांग्रेस के कई नेताओं के द्वारा सोनिया गांधी को पार्टी में शामिल होने के लिए लगातार कहने पर सोनिया गांधी ने कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन कर लिया और उसके बाद से लगातार यह कांग्रेस पार्टी को मार्गदर्शन देने का काम कर रही हैं। वैसे तो सोनिया गांधी के बारे मे सभी ने सुना होगा, लेकिन क्या आपको पता है, इनका असली नाम क्या है। इनका असली नाम बहुत कम लोगों ने सुना होगा। आज आपको सोनिया गांधी के बारे मे उनसे जुडी बहुत अनसुनी जानकारिया पढ़ने को मिलेंगी।
इस आर्टिकल मे आपको जानने को मिलेगा सोनिया गांधी के बारे मे, जैसे की Biography of Sonia Gandhi in Hindi, What is the real name of Sonia Gandhi, सोनिया गांधी का परिवार (Family of Sonia Gandhi), सोनिया गांधी का विवाह (Marriage of Sonia Gandhi), सोनिया गांधी का राजनैतिक कैरियर (Political career of Sonia Gandhi), सोनिया गाँधी की भारतीय नागरिकता (Indian Citizenship of Sonia Gandhi), सोनिया गांधी का राजनैतिक सफर (Political Time of Sonia Gandhi), सोनिया गांधी की उपलब्धियां (Sonia Gandhi Achievements), सोनिया गाँधी की पुस्तक (Books of Sonia Gandhi), सोनिया गाँधी का स्वास्थ्य (Health of Sonia Gandhi), रोचक तथ्य ( Sonia Gandhi Facts)
उन्होंने 2004 की साल के बाद लोकसभा में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की मुख्य अध्यक्ष का कार्य किया था। सोनिया गाँधी मूल रूप से विदेशी होने के कारन उनका भारतीय राजनीती में कार्य करना बहस और विवाद की वजह रही है। सोनिया जी पर कई आरोप भी लगाए गए थे। जैसे की इटली की व्यापारी जिन पर बोफोर्स कांड में बिचौलिया रहने का विवाद रहा था। लेकिन आपको बतादे की Sonia Gandhi, राजीव गांधी से शादी करके पूर्ण रूप से भारतीय हो चुके है। तो चलिए Sonia Gandhi की History बताते है। सोनिया गाँधी एक भारतीय राजनीतिज्ञ है। और 1991 में अपने पति राजीव जी की मौत के बाद 1997 से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की भागदौड़ सँभालने वाली मुख्य राजनेता है।
सोनिया गांधी का शुरुवाती जीवन ( Early life of Soniya Gandhi)
Biography of Sonia Gandhi in Hindi. सोनिया गांधी का जन्म 9 December 1946 के दिन Lusiana, Lusiana Conco, Italy में हुआ था। Sonia Gandhi का असली नाम सोनिया माइनो था। तथा उन्हे परिवार मे सब मैनो कह के पुकारते थे। अपने बचपन से लेकर के बड़े होने तक उन्होंने ओर्बस्सानो में व्यतीत किया है। उनका पालन पोषण रोमन कैथोलिक फेमिली में हुआ है। सोनिया गांधी के पिता का नाम (Father name of Sonia Gandhi) स्टेफानो मेनो है। पेशे से वे मकान बनाने का काम करते थे, इनकी मृत्यु साल 1983 में हुई थी। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध (Second World War) में एडोल्फ हिटलर (Adolf Hitler) के सोवियत सेना (Soviet Union) के सामने युद्ध में हिस्सा लिया था। सोनिया गांधी की माता का नाम (Sonia Gandhi's Mother Name) पाओला मेनो है। सोनिया गांधी के सिवा दो बहने (Sister's of Soniya Gandhi) नादिया और अनुष्का है। गांधी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा (Education of Sonia Gandhi) एक कैथोलिक स्कूल से पूरी की थी। स्कूल जाने के पहले वह घर पर ही अपनी बहन मारिया के साथ पढ़ाई करती थी। महज 13 वर्ष की आयु में सोनिया ने अपनी हाई स्कूल की पढ़ाई को पूरा किया।
वह रोजाना फ्लाइट अटेंडेंट बनने का सपना देखती थी और जब साल 1964 में सोनिया गांधी ने 18 साल की उम्र पार की, तो इन्होंने अंग्रेजी की पढ़ाई हेतु कैंब्रिज के बेल एजुकेशनल ट्रस्ट लैंग्वेज स्कूल में एडमिशन प्राप्त किया, जहां पर इन्होंने अपनी पढ़ाई तो की ही, साथ ही इन्होंने वर्सिटी रेस्टोरेंट में एक वेट्रेस के तौर पर पार्ट टाइम नौकरी भी करना शुरू कर दिया।
सोनिया गांधी का परिवार । Family of Soniya Gandhi
Biography of Sonia Gandhi in Hindi. सोनिया गांधी का Real Name: एंटोनिया एडविजे अल्बिना मेनो
जन्म तिथि और स्थान: 9 दिसंबर, 1946, लुसियाना, वेनेटो क्षेत्र, (इटली)
सोनिया गांधी के पिता: स्टेफानो मेनो
सोनिया गांधी की माँ: पाओला मेनो
धर्म: रोमन कैथोलिक ईसाई
सोनिया गांधी की वर्तमान आयु: 73 वर्ष
नागरिकता: इटली (1946-1983), भारत (1983-वर्तमान)
सोनिया गांधी की शिक्षा : इंजीनियरिंग डिग्री, ट्रिनिटी कॉलेज (कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय)
कांग्रेस अध्यक्ष: 1998 में चुनी गयी थी
निर्वाचन क्षेत्र: रायबरेली
पति: स्व.राजीव गांधी
राजीव गांधी से शादी: 1968
बेटा: राहुल गांधी
बेटी: प्रियंका गांधी
सास : इंदिरा गाँधी
ससुर :फिरोज गाँधी
नाना ससुर: जवाहर लाल नेहरु
दामाद: रोबर्ट वाड्रा
देवर : संजय गाँधी
देवरानी: मेनका गाँधी
सोनिया गांधी का विवाह (Marriage of Soniya Gandhi)
Biography of Sonia Gandhi in Hindi. सोनिया की शादी राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) से हुई थी और यह कहानी उस समय शुरू हुई थी, जब साल 1964 में सोनिया कैंब्रिज में अपनी स्टडी कर रही थी और स्टडी करने के दरमियान अपनी एक्स्ट्रा इनकम करने के लिए उन्होंने एक रेस्टोरेंट में पार्ट टाइम नौकरी करना स्टार्ट कर दिया (Sonia Gandhi profession before marriage), यहीं पर राजीव गांधी की मुलाकात सोनिया से हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच मुलाकातों का दौर बढ़ता गया और दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे, जिसके बाद दोनों ने एक दूसरे के साथ शादी करने का निर्णय लिया और फिर उन्होंने अपने रिलेशनशिप के बारे में अपने घरवालों को बताया, जिसके बाद उनके घर वाले भी उनके रिलेशनशिप के लिए मान गए और इस प्रकार साल 1968 में सोनिया गांधी और राजीव गांधी की शादी हिंदू रीति रिवाज के अनुसार संपन्न हुई। शादी होने के बाद साल 1970 में सोनिया और राजीव गांधी की एक संतान उत्पन्न हुई, जिसका नाम राहुल गांधी (Rahul Gandhi) रखा गया और उसके पश्चात वर्ष 1972 में इन्हें एक बेटी पैदा हुई, जिसका नाम इन्होंने प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) रखा। आज के समय मे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को पूरी दुनिया जानती है।
वैसे तो शुरुआती दिनों मे सोनिया गांधी और राजीव गांधी फेमिली से जुड़े राजनीति कैरियर (Political Career) से दूर रहा करते थे। राजीव गाँधी एयरलाइन पायलट (Airline Piolet) aमें काम करते हुए अपनी जिंदगी व्यतीत करते थे। और सोनिया गांधी अपने परिवार की देखभाल करती थी। लेकिन जय गांधी की मौत के बाद, 1984 में इंदिरा गाँधी की भी मृत्यु हो गई। इसीलिए मजबूर होके राजीव गाँधी को राजनीती में आने का फैसला लेना पड़ा था।
सोनिया गांधी का राजनैतिक कैरियर (Political career of Soniya Gandhi)
स्वर्ण मंदिर में जब इंदिरा गांधी के एक आदेश पर वर्ष 1984 में भारतीय सेना ने प्रवेश किया, परिणामस्वरूप सिख समुदाय में काफी आक्रोश फैल गया था। जिसके बाद सिख समुदाय के ही दो लोगों ने सोनिया की सांस इंदिरा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी। इंदिरा गांधी की हत्या हो जाने के बाद राजीव गांधी को देश का प्रधानमंत्री पद दिया गया और इसी समय प्रधानमंत्री की पत्नी के तौर पर सोनिया गांधी ने इंडियन पॉलिटिक्स में अपने कदम रखें, जिसके बाद उन्होंने अपने पति का हर कदम पर साथ दिया। 1984 में जब इलेक्शन हुए तब सोनिया, मेनका गांधी के खिलाफ इलेक्शन की रैली में काफी सक्रिय रही थी और उन्होंने अपने पति का साथ अमेठी की सीट को जीतने के लिए पूर्ण रूप से दिया था।
जब साल 1991 में तमिल आतंकवादियों के द्वारा राजीव गांधी का खून कर दिया गया, तो उसके बाद कई लोगों ने सोनिया गांधी को देश का प्रधानमंत्री का पद संभालने के लिए कहा, परंतु उन्होंने इसके लिए मना कर दिया, जिसके बाद सोनिया गांधी के कहने पर पी वी नरसिम्हा राव को भारत का प्रधानमंत्री बनाया गया। लेकिन 1996 में कांग्रेस पार्टी चुनाव हार गयी। और सीनियर अध्यक्ष जयंती नटराजन (Jayanti Natrajan), पी. चिदंबरम (P.Chidambaram), जी.के. मूपनर, ममता बेनर्जी (Mamta Banerjee), और अर्जुन सिंह जैसे बड़े नेताओ ने विद्रोह किया और कोंग्रेस के दो भाग हो गए। उसके चलते कांग्रेस पार्टी को वापस ठीक करने और जोड़ने के लिए, सोनिया जी ने 1997 मे कलकत्ता पूर्ण सत्र से एक प्राथमिक सदस्य बनके कांग्रेस पार्टी (Congress Party) में अपने कदम रखे थे। 1998 में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पार्टी की मुख्य राजनेता के रूप में सामने आई। लेकिन तारिक अनवर, पी.ए. संगमा और शरद पवार ने प्रधानमंत्री (Prime Minister) बनने की कोशिश करने के लिए सोनिया का विरोध किया था। उसके जवाब में सोनिया जी ने इस्तीफा देने की धमकी दी। जिसके चलते दूसरे कई नेताओ ने सोनिया जी को सपोर्ट किया और विरोध वाले नेताओ को बाहर कर दिया।
राजीव गांधी की हत्या होने के बाद सोनिया गांधी ने कभी दूसरी शादी के बारे में सोचा भी नहीं। जब राजीव गांधी की हत्या कर दी गई, तब कई लोगों ने सोनिया को इटली जाकर रहने के लिए कहा, परंतु वह इटली नहीं गई और वह आज भी अपने बच्चों के साथ भारत में ही रहती हैं और बीच-बीच में इटली (Italy) जाती रहती हैं।
सोनिया गाँधी की भारतीय नागरिकता (Indian Citizenship of Sonia Gandhi)
सोनिया गाँधी का राजनीतिज्ञ कैरियर की बात बताई जाये तो अपने पति के प्रधान मंत्री बनने के बाद उन्होंने सरकारी परिचारिका का कार्य करना शुरू किया था। 1984 में अपनी जेठानी मेनका गाँधी के सामने एक अभियान और विरोध किया था। राजीव जी के पांच साल के कार्यकाल में बोफोर्स कांड के कारण बहुत विवाद हुआ था। उसमे सोनिया गाँधी का नाम भी लिया जाता था। 1983 की साल में भाजपा ने आरोप लगाया की सोनिया जी ने भारत की नागरिकता लेने के लिए कानून का उल्लंघन किया था। उसके चलते 1983 में भारतीय नागरिकता (Indian Citizenship) लेने के लिए उन्होंने खुद ही ईटालियन नागरिकता (Italian Citizenship) समाप्त किया और पूर्ण रूप से भारतीय बन गई।
सोनिया गांधी का राजनैतिक सफर (Political Time of Sonia Gandhi)
वर्ष 1964 में सोनिया गांधी कैम्ब्रिज में बेल एजुकेशनल ट्रस्ट Bail Educational trust) के भाषा स्कूल से अंग्रेजी की पढ़ाई के लिए चली गईं। राजीव गांधी के निधन के बाद कांग्रेस समर्थकों की भारी संख्या ने चुनावी विजय और पार्टी को मार्गदर्शित करने के लिए एक सम्मोहक व्यक्तित्व के रूप में उनकी तरफ देखा और उनसे एक अपील की। वर्ष 1997 में वह राजनीति में शामिल होने के लिए सहमत हो गयी और वर्ष 1998 में कांग्रेस के नेता के रूप में नामित की गईं। उस समय के बाद से वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं।
62 दिनों के अन्दर प्राथमिक सदस्य के रूप में शामिल होने के बाद, Sonia Gandhi को पार्टी के प्रेसिडेंट पद के लिए खड़ा होने को कहा गया, जो कि उन्होंने स्वीकार कर लिया.
1999 में उत्तर प्रदेश, कर्णाटक, अमेठी और बेल्लारी से लोकसभा चुनाव लड़ी थी। बेल्लारी में सोनिया जी ने भाजपा के दिग्गज नेता सुषमा स्वराज को हरा दिया था।
1999 में वाजपेयी सरकार की गठबंधन सरकार के कार्यकाल में 13 वें लोकसभा में विपक्ष की नेता बनी थी।
सोनिया जी ने कांग्रेस पार्टी की सबसे लम्बे वक्त तक अपनी सेवाएं प्रदान करके रिकॉर्ड बना दिया है।
सन 2004 के आम चुनाव में, भाजपा (BJP) के “भारत उदय (India Shining)” के नारे का मुकाबला करने के लिए सोनिया गाँधी ने “आम आदमी” के नारे के साथ एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया।
2004 की साल के लोकसभा चुनाव में रायबरेली सीट से चुनाव में विजय हुईं और 15 पार्टी गठबंधन सरकार का गठन किया था। वह वर्ष 2004 से लोकसभा में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त की गयीं। सोनिया जी को प्रधानमंत्री बनने की चाह थी। लेकिन मूल भारत के नहीं होने के कारण उनके साथ बहुत अन्याय हुआ है। उसके चलते सोनिया जी ने अपना पद छोड़ दिया। और मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाया था।
2009 की साल में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सरकार (Congress Government) ने 206 सीटें जीत के फिरसे सत्ता हासिल की थी। सोनिया ने लोकसभा से और राष्ट्रीय सलाहकार परिषद के अध्यक्ष के रूप में 23 मार्च सन 2006 को अपने इस्तीफे की घोषणा की, और कुछ विवादों से भी घिरी रहीं। इसके बाद सोनिया सन 2006 में ही रायबरेली से एक बहुत बड़े वोटों के मार्जिन के साथ पुनः निर्वाचित हुईं। इसी दौरान अपने संप्रग सरकार के अध्यक्ष और राष्ट्रीय सलाहकार समिति के कार्यकाल के रूप में, सोनिया ने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना और सूचना अधिकार अधिनियम के क़ानून को लागू करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
2 अक्टूबर सन 2007 को महात्मा गाँधी के जन्म दिवस के दिन सोनिया ने संयुक्त राष्ट्र को संबोधित किया. संयुक्त राष्ट्र ने15 जुलाई सन 2007 को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसके बाद, इस दिन को अहिंसा के अन्तर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
सन 2013 में सोनिया पहली थीं, जोकि 15 साल तक लगातार कांग्रेस की अध्यक्ष बनी रहीं। इसी साल सोनिया ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) की धारा 377 के समर्थन की निंदा की और LGBT अधिकार का समर्थन किया। सन 2014 के आम चुनाव में सोनिया ने रायबरेली में अपनी सीट आयोजित की। हालांकि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) 44 और कांग्रेस लेड संप्रग चुनावी गठबंधन ने 59 सीट प्राप्त कर आम चुनाव में दोनों ने बहुत ही खराब परिणाम हासिल किया।
सोनिया गांधी की उपलब्धियां (Sonia Gandhi Achievements)
सोनिया गांधी ने सितंबर 2010 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की चौथी बार अध्यक्ष चुने जाने के बाद से भारतीय इतिहास में सबसे लम्बे काल तक किसी पार्टी की लगातार अध्यक्ष बने रहने का रिकॉर्ड बनाया।अपने राजनैतिक करियर में सोनिया जी ने कई उपलब्धिया हासिल की हुई है।
वर्ष 2004: फोर्ब्स पत्रिका द्वारा सोनिया गांधी को दुनिया की तीसरी सबसे शक्तिशाली महिला के रूप में संबोधित किया गया था।
वर्ष 2006: सोनिया गांधी ने ब्रसेल्स विश्वविद्यालय से एक स्वैच्छिक डॉक्टर की उपाधि प्राप्त की थी। तथा बेल्जियम सरकार एवं उनके राजा लियोपोल्ड के आदेश के साथ सोनिया गांधी को सम्मानित किया गया था।
वर्ष 2007: फोर्ब्स पत्रिका ने सोनिया गांधी को दुनिया की छठी सबसे ताकतवर महिला के रूप में उल्लेख किया गया था तथा वह वर्ष 2007 में और 2008 में टाइम पत्रिका द्वारा दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक मानी जाती थीं।
वर्ष 2008: सोनिया गांधी ने मद्रास यूनिवर्सिटी से साहित्य में मानद डॉक्टरेट प्राप्त किया।
वर्ष 2009: सोनिया गांधी को फोर्ब्स पत्रिका द्वारा दुनिया की नवीं सबसे शक्तिशाली महिला के रूप में संबोधित किया गया था।
वर्ष 2010: एक ब्रिटिश पत्रिका, न्यू स्टेट्समैन, ने दुनिया के 50 सबसे प्रभावशाली लोगों में उन्हें स्थान दिया था।
गार्जियन मैगजीन ने साल 2013 में एक लिस्ट जारी की थी, जिसमें 50 साल की उम्र को पार कर चुकी महिलाओं को अच्छे कपड़े पहनने के लिए शामिल किया गया था, इसमें सोनिया का भी नाम था।
सोनिया गाँधी की पुस्तक (Books of Sonia Gandhi)
Biography of Sonia Gandhi in Hindi. सोनिया गाँधी को लिखने का बहुत शौख था। उन्होंने कई पुस्तके लिखी है। और उनके लिए कई लेखकों ने पुस्तकों की रचना की है। रानी सिंह ने सोनिया गाँधी – एन एक्स्ट्राआर्डिनरी लाइफ (An extraordinary life) और एन इंडियन डेस्टिनी (An Indian destiny) नाम की पुस्तक लिखी है। नुरुल इस्लाम ने सोनिया जी के लिए Trust with India नाम की पुस्तक लिखी है। रशीद किदवई ने सोनिया जी के लिए सोनिया गाँधी बायोग्राफी (Biography of Sonia Gandhi) पुस्तक लिखी थी। उसके अलावा सोनिया जी ने Too Alone, Too together पुस्तक की रचना की है। उस पुस्तक में उन्होंने अपने जीवन की सारी कहानी का विस्तृत रूप से निवेदन किया है।
सोनिया गाँधी का स्वास्थ्य (Health of Sonia Gandhi)
सोनिया गाँधी के स्वास्थ्य की बात करे तो 2011 में वो Survical Cancer से पीड़ित हो गई थी जिससे वह काफी परेशान रहने लगी थी। परंतु उन्होंने हार नहीं मानी और अपना इलाज करवाने के लिए अमेरिका गई, वहाँ उनका ईलाज सफल रहा और भगवान की कृपा से कोई परेशानी नहीं हुई। लेकिन साल 2017 से लेकर 2018 के बीच में भी सोनिया गांधी जी की तबीयत कई बार खराब हुई थी, जिसके लिए इन्हें दिल्ली के हॉस्पिटल में कई बार भर्ती होना पड़ा था।
रोचक तथ्य ( Sonia Gandhi Facts)
सोनिया जी को बचपन में फुटबॉल का बहुत शौक था।
वह18 साल की उम्र में 1965 में यूनाइटेड किंगडम पहुंची थे।
सोनिया जी 18 साल की उम्र में राजीव गांधी से 1965 में कैम्ब्रिज स्थित वर्सिटी रेस्तरां में मिले थे।
राजीव गाँधी ने मां इंदिरा गांधी से लंदन में पहली बार सोनिया से भेट करवाई थी।
सबसे पहले सोनिया जी भारत में 13 जनवरी 1968 के दिन आई थी।
सोनिया जी का स्वागत अमिताभ बच्चन, संजय गांधी और राजीव गांधी ने दिल्ली एरपोर्ट पर किया था।
राजीव से सोनिया गांधी की सगाई 26 जनवरी 1968 को भारत के गणतंत्र दिवस पर हुई थी।
सोनिया गांधी विवाह दिनांक 25 फरवरी 1968 है। वसंत पंचमी के दिन राजीव से उनका विवाह हुआ था।
सोनिया गांधी की मेहंदी रस्म अभिताभ बच्चन के घर पर हुई थी।
राजीव और सोनिया दिल्ली रास्तो पर Lambretta स्कूटरफिरते दिखाई देते थे।
सोनिया जी अपनी सास इंदिरा गांधी को माता के समान मानती थीं।
सोनिया गांधी की कुल संपत्ति तकरीबन 2 बिलियन डॉलर है।
इन्हें अच्छे कपड़े पहनने का भी काफी ज्यादा शौक है।
सोनिया को स्वच्छता भी बहुत ही ज्यादा पसंद है और यह अक्सर अपने घर में साफ सफाई का काम खुद ही करती हैं।
इन्हें खाना बनाना भी बहुत ही अच्छा लगता है।
इन्हें किताबें पढ़ना भी काफी अच्छा लगता है और इन्हें साहित्यिक किताबें पढ़ना विशेष तौर पर पसंद है।
इनके पसंदीदा उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद्र है।
मॉडर्न आर्ट से आर्ट रेस्टोरेशन का कोर्स सोनिया ने नेशनल गैलरी से किया है।
इनके बारे में 1 रोचक तथ्य यह भी है कि इन्हें 9 भाषा का ज्ञान है, जिसमें जर्मनी, फ्रेंच,अंग्रेजी जैसी भाषाएं शामिल है। हालांकि यह आज भी शुद्ध रूप से हिंदी नहीं बोल पाती हैं बल्कि टूटी फूटी हिंदी ही बोलती है।
इन्हे साड़ियों से बहुत ही ज्यादा लगाव है और इसलिए यह अक्सर आज के टाइम में साड़ी में ही लोगों को दिखाई देती है।
इन्हें साधारणपन बहुत ही अच्छा लगता है, इसलिए यह साधारण कपड़े ही पहनती है और साधारण जीवन जीती हैं।
यह जंक फूड बिल्कुल भी नहीं खाती है, सोनिया अपने स्वास्थ्य के लिए बेहद जागरूक रहती है।
इंडियन नेशनल कांग्रेस की अध्यक्ष (President of Indian National Congress)
Biography of Sonia Gandhi in Hindi. जब वर्ष 1996 में कांग्रेस पार्टी की कमान सीताराम केसरी के हाथ में थी, तो उस समय हुए इलेक्शन में कांग्रेस पार्टी की करारी हार हुई । जिसके फलस्वरूप कांग्रेस पार्टी में काफी विवाद उत्पन्न हो गए और कई लोगों ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। ऐसी अवस्था में कांग्रेस के नेताओं ने सोनिया गांधी जी से कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन करने के लिए कहा, जिसके बाद वर्ष 1997 में सोनिया गांधी ने कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया। इसके बाद साल 1998 में पार्टी के नेताओं के आग्रह पर सोनिया गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। सोनिया गांधी ने साल 1999 में कर्नाटक के बेल्लारी और उत्तर प्रदेश के अमेठी से इलेक्शन लड़ा और इन दोनों जगह से ही इन्हें चुनावों में भारी अंतर से विजय प्राप्त हुई थी, परंतु इन्होंने बेल्लारी की जगह पर पारिवारिक सीट अमेठी को ही चुना।
सोनिया गाँधी की विवादास्पद स्थिति (Problematic Situation of Sonia Gandhi)
सोनिया गांधी की नागरिकता को लेके बहुत विरोध हुआ था और 1983 में सोनिया जी को भारतीय नागरिकता मिली थी।
कांग्रेस के दिग्गज नेता पी.ए. संगमा , शरद पवार और तारिक अनवर ने 1999 में प्रधानमंत्री के पद के लिए उनका बहुत विरोध किया था।
अपने पति के साथ सोनिया जी बोफोर्स कांड में अपने विदेशी व्यापारी के साथ मित्रता के लिए बहुत विवाद में रही थी।
1980 की साल में सोनिया जी के पास ईटालियन नागरिक था। फिरभी उनका नाम दिल्ली की मतदाता सूची शामिल था।
बीजेपी (BJP) ने सोनिया पर यह आरोप लगाया था कि सोनिया गांधी का नाम साल 1983 में दिल्ली की Voter List में था, परंतु उस टाइम तक उन्हें भारत की नागरिकता (Indian Citizenship) नहीं मिली थी। भाजपा के इस आरोप पर प्रणब मुखर्जी (Pranab Mukherjee) ने सोनिया का बचाव करते हुए यह बयान दिया था कि सोनिया गांधी ने अपने पासपोर्ट को इटली में साल 1983 में ही सुपुर्द कर दिया था। इस प्रकार पासपोर्ट को जमा करते ही सोनिया गांधी से इटली की नागरिकता छीन गई थी।
बोफोर्स कांड के दौरान एक विदेशी व्यापारी के साथ उनकी दोस्ती थी, जिसके कारण वे विवादों से घिरी रहीं।
सन 1980 में सोनिया ईटालियन नागरिक होने के बावजूद भी उनका नाम दिल्ली की मतदाता सूची में दिखाई दिया, जोकि भारतीय कानून के खिलाफ हैं।
यही मुद्दा सन 1983 में फिर से सामने आया, जब इनका नाम मतदाता सूची में दिखाई दिया, क्यूकि जनवरी सन 1983 में पंजीकरण के लिए समय सीमा तय की गई थी और अप्रैल सन 1983 में सोनिया को भारतीय नागरिकता प्राप्त हुई।
सोनिया पर कांग्रेस पार्टी के तीन बड़े नेता शरद पवार, तारिक अनवर और पी.ए. संगमा ने, मई सन 1999 में प्रधानमंत्री के पद के लिए उनकी क्षमता पर सवाल उठाया। इसके बाद सोनिया ने पार्टी के अध्यक्ष के अधिकार से उन तीनों नेताओं से इस्तीफा देने को कहा। पार्टी के लोगों ने उनका समर्थन कर उन तीनों नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
सोनिया गाँधी ने नहीं संभाला सार्वजनिक पद
सोनिया गाँधी दिसंबर 2017 में कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के पद से हट गईं और अपने स्थान पर राहुल गाँधी को इस पदभार को संभालने के लिए उनका राजतिलक किया। लेकिन उन्होंने संसदीय समिति का नेतृत्व करना जारी रखा।हालाँकि उन्होंने आजतक भारत सरकार के किसी भी सार्वजनिक पद को नहीं संभाला। सन 2010 में यूपीए सरकार द्वारा अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी के 12 हेलीकॉप्टर खरीदने की डील की गई थी, जिसे रिश्वत लेनदेन के मामले के चलते सन 2014 में खत्म कर दिया गया था। इस डील में प्रमुख बिचौलिये क्रिस्टियन मिशेल को सन 2017 में मनी लॉन्डरिंग के केस में गिरफ्तार कर लिया गया था, उन्होंने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के सामने यह खुलासा किया है कि इसमें सोनिया गाँधी एवं उनके बेटे राहुल गाँधी भी शामिल है और उनका यह भी कहना है कि ‘वे कैसे देश के अगले प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं ?’ इस खबर से सोनिया गाँधी एवं उनके परिवार को काफी विवादों का सामना करना पड़ा था।
आपको Biography of Sonia Gandhi in Hindiआर्टिक्ल कैसा लगा हमे कमेंट सेक्शन मे जरूर बताएं। और अगर आपको किसी भी सेलेब्रिटी,या किसी भी व्यक्ति की बायोग्राफ़ि के बारे मे जानना है तो भी हमे कमेंट कर सकते हैं।
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