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  • Monday, 3:08:33 AM, 02-Aug-2021
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5G नेटवर्क क्या है और इससे होने वाले नुकसान क्या है | 5G network in hindi

5g network detail in hindi

हैलो दोस्तों | सर्वप्रथम 5g network टॉपिक के आर्टिकल मे आपका तहे दिल से स्वागत करता हूँ | 5g नेटवर्क की पूरी जानकारी हिन्दी में देने वाले हैं मतलब 5g नेटवर्क क्या है? 5जी नेटवर्क कैसे कार्य करता है, 5g नेटवर्क भारत में कब लांच होगा, 5g से होने वाले नुकसान क्या-क्या हैं और इससे होने वाले फायदें क्या-क्या हैं? ये सारी पॉइंट्स इसमे कवर करने वाले हैं तो बने रहिए sanjaytales के 5g नेटवर्क आर्टिकल पेज पर | 5g नेटवर्क कुछ देशों में लांच हो गया है और यूज भी हो रहा है लेंकिन अभी हम लोग अर्थात भारत में अभी 4g नेटवर्क ही यूज हो रहा है हाल में भारत सरकार की अनुमति के अनुसार इसका ट्रायल शुरू कर दिया गया है और जल्द ही हम लोग भी 5g नेटवर्क का फायदा उठाने लगेंगे जिसमे या टेक्नालजी बेहतर होगी और तकनीक सेवाएँ बढ़ जाएंगी |

5G नेटवर्क टेक्नोलॉजी क्या है? (5G Technology in Hindi)

5G वायरलेस मोबाइल फ़ोन सेवा की पाँचवीं पीढ़ी है अर्थात फ़िफ्थ जेनरेशन इसके पहले 1G, 2G, 3G और 4G लॉंच हो चुका है इसमें G का मतलब जेनरेशन से है यह फोन नेटवर्क सेवा में हुई कमियों के आधार पर ही अपडेट किया जाता है 5g नेटवर्क से मोबाइल और रोबोटिक टेक्नालोजी में काफी बढ़ोत्तरी होगी | इससे कॉलिंग सर्विस भी अच्छी मिलेंगी और आवाज़ की क्वालिटी भी अच्छी हो जाएगी | 

5G सेलुलर टेक्नोलॉजी में लेटेस्ट टेक्नोलॉजी है और ये 4G नेटवर्क का अगला वर्जन अर्थात नेक्स्ट वेर्जन है और 5G में यूजर्स को ज्यादा स्पीड, कम लेटेंसी और ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी देखने को मिलेगा जहाँ पहले के फ़ोन wire वाले हुआ करते थे, फिर cordless का ज़माना आया और अब wireless phone का दौर चल रहा है पहले के बेसिक फोन्स के जगह अब के जेनरेशन के लोग स्मार्ट फोन Smart Phones का इस्तमाल करते हैं|  फ़ोन के इस बदलते रूप रंग के साथ उसकी generation भी जुडी हुई होती है जो की 1G से 4G का सफ़र तो तय कर चुकी है और अब आगे 5G की तरफ अपना रुख का रही है|

5g नेटवर्क भारत में कब तक लांच होगा?

भारत में लोग 5G नेटवर्क टेक्नोलोजी लॉन्च होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं  इससे सूचना प्रदौगिकी क्षेत्र में काफी बढ़ावा मिलेगा और इस वर्ष में ही 5G लॉन्च किया जा सकता है, जबकि कुछ का मानना है कि डोमेस्टिक टेलीकॉम मार्केट को 5G सेवाओं के लिए तैयार होने में 2 साल भी लग सकते हैं और केंद्र सरकार ने भारत में अभी तक 5G स्पेक्ट्रम की सेल भी शुरू नहीं  कर पायी है भारत में अभी 4G का विस्तार हो रहा है मगर दुनियाभर के टेलिकॉम ऑपरेटर्स मोबाइल टेक्नॉलजी की अगली जेनरेशन 5G लाने की तैयारी में जुट गए हैं। इसीलिए उसने 5G लाने की तैयारी शुरू कर दी है।

5G नेटवर्क की टेस्टिंग करनेवाली कंपनी एयरटेल का दावा है कि 5G सेवा देने के लिए वह तैयार है और जियो 5G को भारत में 2021 की दूसरी छमाही में लॉन्च कर सकता है. कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने दावा किया था कि Jio भारत में 5G नेटवर्क में पूरा योगदान करेगा और मार्केटिंग के मुताबिक, इस साल 5G नेटवर्क स्पेक्ट्रम बंटवारे को लेकर बात हो सकती है और देश में 5G सर्विस शुरू करने को लेकर सरकार बड़ा फैसला कर सकती है| 

5G Technology कैसे काम करता है?

वायेरलेस नेटवर्क में मुख्य रूप से cell sites होते हैं जिन्हें की sectors में divide किया गया होता है जो की रेडियो वेव के माध्यम से डाटा सेंड करते हैं. ये कहना गलत नहीं होगा की 4G , LTE वायरलेस टेक्नोलोजी ने ही 5G का foundation तैयार किया था |

LTE - Long Term Evolution

जहाँ 4G, में बड़े, high-power cell towers की जरुरत होती है signals को radiate करने के लिए longer distances में, वहीँ 5G wireless signals को transmit करने के लिए बहुत सारे small cell stations की जरूरत होती है जिन्हें की छोटी छोटी जगह जैसे की light poles या building roofs में लगाया जा सकता है.

यहाँ पर multiple small cells का इस्तमाल इसलिए होता है क्यूंकि ये millimeter Wave spectrum में — band of spectrum हमेशा 30 GHz से 300 GHz के भीतर ही होती है और चूँकि 5G में high speeds पैदा करने की जरुरत होती है, जो की केवल short distances ही travel कर सकता है.

इसके अलावा ये signals किसी भी weather और physical obstacles, जैसे की buildings से आसानी से interfere हो सकते हैं.

यदि हम पहले generations के wireless technology की बात करें तब इसमें spectrum की lower-frequency bands का इस्तमाल होता था. इसके साथ millimeter wave challenges जिससे की distance और interference ज्यादा होती है, इससे जूझने के लिए wireless industry ने 5G networks में lower-frequency spectrum का इस्तमाल करने का सोचा है जिससे Network operators उस spectrum का इस्तमाल कर सकें जो की उनके पास पहले से ही मेह्जुद है.

एक चीज़ हमें ध्यान रखना चाहिए की Lower-frequency spectrum हमेशा ज्यादा distances cover करती है लेकिन इसमें lower speed और capacity होती है millimeter wave की तुलना में.

5g नेटवर्क के फायदे/लाभ  (5G Network Profit)

5G में रोबोटिक्स में काफी बढ़ावा Growth मिलेगा |

5G के तकनीक की वजह से ड्राइवरलेस कार, हेल्थ केयर, वर्चुअल रियलिटी, क्लाउड गेमिंग के क्षेत्र में नए-नए विकासशील रास्ते खुलते चले जाएंगे।

इस नई तकनीक मुख्य विशेषता यह है कि इसकी सहायता से ऑटोमोबाइल के जगत में औद्योगिक उपकरण एवं संसाधन यूटिलिटी मशीन संचार एवं आंतरिक सुरक्षा भी पहले के मुकाबले और विकसित एवं बेहतर होने के साथ-साथ इनके बीच में संबद्धता की वृद्धि होगी।

5G तकनीक सुपर हाई स्पीड इंटरनेट की कनेक्टिविटी प्रदान करने के साथ-साथ यह कई महत्वपूर्ण स्थानों में उपयोग में लाया जाएगा। इस टेक्नोलॉजी आ जाने से कनेक्टिविटी मे और भी ज्यादा विकास एवं शुद्धता प्राप्त होगी।

फोन में डाटा स्पीड अच्छी मिलने लगेगी |

5g नेटवर्क से होने वाले नुकसान (5G नेटवर्क साइड इफैक्ट )

 पुराने डिवाएसेस इस नयी 5G टेक्नोलोजी नहीं सपोर्ट करेंगे जिसके कारण कुछ लोगों को अपना डिवाइस बदलना पड़ेगा और यह एक्सट्रा खर्च होगा |

ये 5G की Technology अभी तक भी ट्रायल में है और इसके पीछे खोज जारी है.

स्पीड की बात जहां तक हैं तो, उसे बड़े से बड़े लेवल पर लाना काफी कठिन दिख रहा है क्यूंकि उसके लिए अभी तक उतना भारत में डेवलोप नहीं हो पाया है |

5g टेक्नालजी को Develop करने में ज्यादा खर्च लग सकता है जिससे GDP में भी फर्क देखने को मिल सकता है |

निष्कर्ष (Conclusion)

मुझे पूरा विश्वास है की आपको पढ़ कर पूरा समझ आ गया होगा | आपने इसमें क्या-क्या पढ़ा , आपने इस आर्टिकल में 5जी नेटवर्क कैसे कार्य करता है, 5g नेटवर्क भारत में कब लांच होगा, 5g से होने वाले नुकसान क्या-क्या हैं और इससे होने वाले फायदें क्या-क्या हैं? अर्थात 5g से रेलेटेड सारी जानकारी प्राप्त हुई होगी  - अगर इसमे कुछ जानकारी न समझ आयें तो मुझे जरूर कमेंट करके बताएं | बहुत बहुत धन्यबाद !

 

 

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